रांची : राज्य स्थापना दिवस को लेकर धुर्वा स्थित पुलिस मुख्यालय को विशेष तौर पर सजाया गया था. इसी बीच गुरुवार को दिन के साढ़े चार बजे मुख्यालय के निचले तल्ले पर स्थित पावर हाउस रूम में आग लग गयी.
आग की लपटें इतनी तेज थी कि इससे सटे पुराने कांफ्रेंस रूम को भी चपेट में ले लिया. कांफ्रेंस रूम में कई दिनों से ऑडिट का काम चल रहा था. घटना के वक्त एजी ऑफिस का कोई कर्मी मौजूद नहीं थे, लेकिन इस रूम में रखा एक कंप्यूटर पूरी तरह जल गया. इसके साथ ही पावर हाउस रूम और कांफ्रेंस रूम में रखे अन्य सामान, टेबल कुर्सी आदि जल कर खाक हो गये. हालांकि कुछ जरूरी दस्तावेज जलने से बच गये.
इस क्रम में आग की लपटें तेजी से बढ़ती जा रही थीं, तो दूसरी मंजिल पर प्रशिक्षण सेक्शन में काम कर रहा कांस्टेबल श्रवण कुमार फंस गया. जान बचाने के लिए वह दूसरी मंजिल से नीचे कूद गया. इसके कारण उसके दोनों पैर की हड्डी टूट गयी. आनन-फानन में उसे अस्पताल भेजा गया.
बैठक कर रहे थे आइजी और डीआइजी
दूसरी ओर घटना के वक्त आइजी अभियान आशीष बत्रा अपने कार्यालय कक्ष में विशेष शाखा डीआइजी अखिलेश झा के साथ मोरहाबादी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पारा शिक्षकों पर हुए लाठी चार्ज के बाद तनाव की स्थिति को देखते विधि व्यवस्था के मद्देनजर बैठक कर रहे थे. इस दौरान एक कनीय कर्मी ने उन्हें सूचना दी कि आग लग गयी है.
इसके बाद तुरंत वे और डीआइजी कमरे से निकलकर बाहर आये. मौके पर पहुंची दमकल की आठ गाड़ियाें ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. इससे बड़ा नुकसान हाेने से बच गया. घटना के बाद डीजीपी डीके पांडेय पुलिस मुख्यालय पहुंचे और मौके का जायजा लिया. उन्हें कांस्टेबल श्रवण कुमार के संबंध में जानकारी मिली, तो तत्काल सार्जेंट अभिनव कुमार के जरिये 10 हजार रुपये की सहायता राशि श्रवण कुमार के पास अस्पताल में भिजवायी. आइजी आशीष बत्रा ने कहा कि आग लगी थी, जिस पर काबू पा लिया गया है. ज्यादा कुछ क्षति नहीं हुई.
शॉर्ट सर्किट से लगी आग
जानकारी के मुताबिक पावर हाउस रूम में शॉर्ट सर्किट हुई थी. हालांकि एक महिला कर्मी ने बताया कि स्थापना दिवस को लेकर बिजली की लड़ियों से साज-सज्जा की गयी थी. इसके जरिये निकली चिंगारी से आग लग सकती है. हालांकि जांच के बाद ही पता चलेगा कि आग लगने की मुख्य वजह क्या थी.
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