रांची : छत्तीसगढ़ की तर्ज पर सेवा स्थायीकरण व वेतनमान की मांग को लेकर राज्य भर से आये हजारों पारा शिक्षकों ने गुरुवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित राज्य स्थापना दिवस पर कार्यक्रम स्थल के बाहर जम कर बवाल किया. अलग-अलग जगहों पर टोली बनाकर हंगामा कर रहे पारा शिक्षकों पर पुलिस ने कई बार लाठियां बरसायीं.
इससे पारा शिक्षक उग्र हो गये और रोड़ेबाजी शुरू कर दी. उन्हें रोकने के लिये पुलिस ने आंसू गैस छोड़े, जिससे भगदड़ मच गयी.और कई लोग घायल हो गये. इससे पूर्व पारा शिक्षकों ने काला झंडा दिखाने के साथ ही काले बैलून भी उड़ाये. बीच-बीच में पुलिस से नोकझोंक भी होती रही. पुलिस लगातार कार्यक्रम स्थल पर जाने से रोकती रही, इसके बावजूद सैकड़ाें शिक्षक कार्यक्रम स्थल तक पहुंच चुके थे.
इस बीच करीब एक बजे महात्मा गांधी प्रतिमा के पास हंगामा इतना बढ़ गया कि पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए पारा शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. इससे कई पारा शिक्षक घायल हो गये. चतरा के महावीर मंडल का सिर फूट गया. वहीं, धनबाद की अभिलाषा झा के दायें पांव में चोट लगी है.
गिरिडीह के इम्तियाज आलम की नाक से खून बहता रहा. कार्यक्रम स्थल की दूसरी ओर ऑक्सीजन पार्क की तरफ भी सैकड़ों पारा शिक्षक जमे हुए थे, जाे सरकार के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे थे. इसी बीच वहां भी पुलिस ने लाठी चार्ज कर उन्हें हटाने का प्रयास किया. इससे बौखलाये पारा शिक्षक जवाब में पत्थरबाजी करने लगे. कुछ पारा शिक्षकों के हाथों में लाठियां थी, जिन्होंने जवानों को पीटा. इसके बाद तो पुलिस के जवान और आक्रोशित हो कर लाठियां भांजने लगे, जिससे स्थिति बेकाबू हो गयी.
कुछ देर बाद पत्थरबाजी बंद होते ही पुलिस के जवान आंसू गैस के गोले दागने लगे. रुक-रुक कर छह गोले दागे गये. वहीं, मोरहाबादी मैदान स्थित सब्जी मार्केट की ओर पारा शिक्षक पुतला दहन कर रहे थे. पुतला दहन करनेवाले पारा शिक्षकों को पुलिस मना करती रही, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी. नतीजतन यहां भी पुलिस ने लाठी चार्ज कर पारा शिक्षकों को खदेड़ा. इसके बाद पारा शिक्षक वहां से भाग कर टीआरआइ के पास वाले मैदान में जम गये.
रोड़ेबाजी से कई लाइटें हो गयीं क्षतिग्रस्त
बवाल के दौरान पारा शिक्षकों द्वारा की गयी रोड़ेबाजी से मैदान व आर्मी कैंट की तरफ लगी कई लाइटें क्षतिग्रस्त हो गयीं. लाइटें समारोह को आकर्षक बनाने के उद्देश्य से लगायी गयी थीं. स्टेडियम की तरफ खाली पड़ा मैदान पत्थर, बोतल, ईंट की टुकड़ों से पट गया था. हालांकि, एलसीडी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
कई घायल पारा शिक्षकों को रिम्स में भर्ती कराया
प्रदर्शन में घायल 11 पारा शिक्षकों को रिम्स में भर्ती कराया गया है़ घायल में बोकारो के आनंद कुमार, गिरिडीह के तुलसी महतो, विजय कुमार मिश्रा, मो इम्तियाज अहमद, तुलसी महतो, रांची के निकिम सिंह मुंडा, पलामू के रामपुकार पांडेय, चतरा के महावीर मंडल, मो अरशद आलम, लातेहार के विश्वनाथ यादव, धनबाद की अभिलाषा झा है़ं
शाम तक पारा शिक्षकों को खदेड़ कर पकड़ा
हंगामे के बाद शाम तक टाउन सीओ धनंजय सिंह व सदर डीएसपी पारा शिक्षकों को खदेड़-खदेड़ कर पकड़ रहे थे़ उनके साथ रैफ के जवान, बड़गाईं सीओ शैलेश कुमार सहित जिला प्रशासन के अन्य पदाधिकारी भी थे़ इस बीच जो भी पारा शिक्षक मिले उन्हें पकड़ कर कैंप जेल में रेड क्रॉस सोसाइटी भेज दिया़
पारा शिक्षकों की उपस्थिति की रिपोर्ट मांगी गयी
सरकार ने सभी पारा शिक्षकों की उपस्थिति रिपोर्ट मांगी है. मालूम हो कि स्थापना दिवस पर प्रस्तावित आंदोलन के मद्देनजर सरकार ने स्कूलों को खुला रखने के आदेश दिये थे. इसका उद्देश्य पारा शिक्षकों पर नजर रखना था. स्कूल खुला होने के बावजूद उपस्थिति दर्ज नहीं कराने वाले पारा शिक्षकों को आंदोलन में शामिल माना जायेगा.
उग्र होने लगे शिक्षक, तब दिया गया होगा आदेश
लाठीचार्ज करने को लेकर सिटी एसपी अमन कुमार से यह पूछे जाने पर कि लाठीचार्ज का आदेश किसने दिया था. कहा कि कार्यक्रम स्थल पर एसडीओ से लेकर मजिस्ट्रेट भी मौजूद थे. पारा शिक्षक जब उग्र होने लगे और पथराव शुरू किया. तब मजिस्ट्रेट ने लाठीचार्ज का आदेश दिया होगा. इस संबंध में जानकारी ली जा रही है.
पारा शिक्षकों ने की बैठक आज से हड़ताल पर रहेंगे
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने राज्य सरकार की कार्यशैली व पुलिसिया जुल्म के खिलाफ हड़ताल पर जाने की घोषणा की है. गुरुवार की शाम मोर्चा की आपात बैठक में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया. बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी देते हुए बजरंग प्रसाद व बैजनाथ ने बताया कि 16 नवंबर से पारा शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे़
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