रांची/चतरा - अफीम का आठ लाख रुपया बकाया नहीं देने
के कारण अरगोड़ा के जूता व्यवसायी उदय ठाकुर की दो अक्तूबर को राजेश और उसके
दोस्तों ने हत्या कर दी थी. दो दिन पहले गिरफ्तार राजेश की निशानदेही पर हत्या के 45 दिन बाद शुक्रवार को उदय का
कंकाल हंटरगंज के चकला पहाड़ी से बरामद किया गया.
चतरा के कोसमाही निवासी राजेश ने कहा कि बकाया राशि नहीं
देने के कारण एक अक्तूबर को अरगोड़ा से उदय का अपहरण कर हंटरगंज लाया गया. दो
अक्तूबर को उसकी जम कर पिटाई की गयी. इसके बाद उसने अपने दोस्तों मनीष, छोटू और श्यामसुंदर के साथ
मिलकर जूते के फीते से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद उसका शव चकला
पहाड़ी पर फेंक दिया गया.
उदय के अपहरण को लेकर अरगोड़ा थाना में परिजनों ने सात अक्तूबर को
केस दर्ज कराया
था. पूर्व में पुलिस ने उदय के
अपहरण के आरोप में मनीष, अमित, छोटू और संजय को गिरफ्तार कर
जेल भेज चुकी है.
उदय
ठाकुर मूलत: हंटरगंज
के
ओरूगेरूवा का रहनेवाला था. वह अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी के पीछे गायत्री भवन के
समीप किराये के मकान में रहकर जूता बेचता था.
उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा के अवसर पर कोलकाता से जूता
लाने की बात कह उदय अपने दोस्त मनीष के साथ अरगोड़ा स्थित घर से निकला था.
कई दिन बीत जाने के बाद जब उदय घर नहीं लौटा, तो परिजनों ने उसे फोन किया.
मोबाइल स्विच ऑफ बताने पर परिजनों ने मनीष से संपर्क किया. मनीष पांच अक्तूबर को
रांची लौट चुका था.
उसने
बताया कि वह उदय के साथ हंटरगंज गया था. वहां दो लोग आये और उदय को अपने साथ ले गये.
इसके बाद मनीष को गिरफ्तार कर लिया गया था.
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