गुमला- दिल्ली पुलिस झारखंड राज्य के लापुंग ब्लॉक की
जिस नाबालिग लड़की को मरा समझ रही थी. उस लड़की को जीवित देख कर उसके होश उड़ गये.
पुलिस ने उस लड़की की हत्या के आरोप में कामडारा प्रखंड के लतरा गांव निवासी मंजीत
केरकेट्टा को छह माह पहले ही जेल भेज चुकी है. दिल्ली पुलिस को मंजीत के दोस्त
लतरा गांव के सारू टोपनो की भी तलाश है.
मई, 2018 में
पुलिस ने मंजीत को पकड़ा था. सारू अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. जीवित मिली
लड़की को पुलिस अपने साथ दिल्ली ले गयी है, ताकि मामले की जांच नये सिरे से कर सके.
दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
इधर, जिस नाबालिग की हत्या के
आरोप में पुलिस ने मंजीत को पकड़ा है और सारू टोपनो की तलाश है, वह लड़की अपने घर लापुंग
लौट आयी है. लड़की के जिंदा लौटने के बाद दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
खड़े हो गये हैं.
दिल्ली पुलिस को जैसे ही
पता चला कि नाबालिग अब भी जीवित है और अपने घर पर है, दिल्ली पुलिस कामडारा व
लापुंग की खाक छानने झारखंड पहुंच गयी. दिल्ली पुलिस की टीम कभी कामडारा में सारू
टोपनो को खोज रही है, तो कभी
लापुंग जाकर जिंदा लौटी नाबालिग से पूछताछ कर रही है.
इस केस
को लेकर पेसोपेश में चल रही दिल्ली पुलिस ने फरार चल रहे सारू टोपनो पर 60 हजार
रुपये का इनाम घोषित कर दिया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार, मंजीत व सारू ने एक
नाबालिग की हत्या कर उसके शव को बैग में भरकर नाली में फेंक दिया था. इस मामले में
पुलिस अलग-अलग जगहों से दो लोगों को पकड़कर पहले ही जेल भेज चुकी है. तीसरा आरोपी
अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है.
दिल्ली
पुलिस ने बताया कि नाबालिग के जीवित लौटने के बाद केस की नये सिरे से जांच की जा
रही है. मामले के अनुसंधानक दिल्ली पुलिस के एएसआई रवि कुमार ने कहा कि नाबालिग
जिंदा लौटी है. सही बात है, लेकिन
जो शव मिला है, वह
किसका है, इसकी
जांच जरूरी है.
दिल्ली
पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज में मंजीत और सारू दिख रहे हैं. जिस लड़की मंजीत ने
हत्या की थी, उस
लड़की का अता-पता उसे नहीं मालूम. हत्याकांड का मुख्य आरोपी सारू फरार है. इसलिए
पुलिस इस मामले की तह तक नहीं पहुंच पा रही है.
इधर, दावे के साथ दिल्ली पुलिस
मंजीत को आरोपी ठहरा रही है. वहीं, परिजनों का कहना है कि मंजीत किसी की हत्या नहीं कर सकता है.
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