रिपोर्ट- विनय कुमार
अग्रेसन पथ स्थित श्री श्याम मन्दिर में भाद्रपदः शुक्ला एकादशी उत्सव अत्यन्त धूम धाम से मनाया गया । इस अवसर पर आदि गुरुदेव काशीरामजी शर्मा के जेष्ठ पुत्र श्री कुलभूषण जी शर्मा विशष रूप से उपस्थित थे । सकल मनोरथ प्रदान करने वाली पदमा एकादशी का वेद शास्त्रों में बहुत महत्व बताया गया है । प्रातः मंगल बेला में श्री श्याम प्रभु सहित सभी देवताओं को नवीन वस्त्र धारण कराये गये । सभी सभा ग्रहों में विशष फूलों का श्रृंगार किया गया । श्री श्याम प्रभु को स्वर्ण आभूषणों से अलंकृत करने पश्चात फूलों के गजरों पहनाये गये । श्रद्धा सहित रात्रि 10 बजे श्री श्याम प्रभु की अखण्ड ज्योत प्रज्वलित की गई । ज्योत में आहुति प्रदान करने के लिये भक्तों का तांता लगा रहा । सम्पूर्ण रात्रि भक्तगण श्री श्याम प्रभु से मनोवांछित फल माँगते रहे । संगीतमय संकीर्तन भजन " खाटू को श्याम रंगीलो रे खाटू को"
" देना हो तो दीजिये जन्म जन्म का साथ "
" दीनानाथ मेरी बात छानी कोणी तेरे से "
" श्याम श्याम बोल तर जायेगा , जीवन सफल तेरा हो जायेगा "
जैसे अनेकों भजन की धुन पर सम्पूर्ण रात्रि मन्दिर परिसर श्याम मय हो गया ।
श्री श्याम प्रभु को विभिन्न तरह की मिष्ठान - फल - मेवा - रबड़ी व प्रभु के पसंदिता खीर चूरमा का भोग समर्पित किया गया । प्रातः 4 बजे मंगल आरती व प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ । इस अवसर पर भारी संख्या में मण्डल के सदस्यगण सहित सुरेश चन्द्र पोद्दार , गोपी किशन ढाँढनीयाँ , चन्द्र प्रकाश बागला , श्याम सुन्दर पोद्दार , रमेश कुमार सारस्वत , बालकिशन परसरामपुरिया , नितेश किजरिवाल , लल्लू सारस्वत , नितेश लाखोटिया , विवेक ढाँढनीयाँ , राजेश सारस्वत , महेश शर्मा का विशष रूप से सहयोग मिला ।
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