इस मौके पर राज्यपाल द्रौपद मुर्मू ने ‘भोर’ नामक एक पत्रिका का भी आयोजन किया। राज्यपाल ने समारोह में आये कवियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि कविता और साहित्य के माध्यम से समाज की कुरीतियों को समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जीवन का अंत निश्चित है, लेकिन रचनाएं अमर होती है। कवि सम्मेलन के मौके पर कई कवियों और साहित्यकारों की ओर से कविता का भी पाठ किया गया।
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